सरकार की किरकिरी के बाद अब बिहार में डेड बॉडी अस्पतालों में नहीं पड़े रहेंगे। डेड बॉडी हटाने पर मजदूरों को 500 रुपये इंसेंटिव देने का लिया फैसला! साथ ही बांस घाट 24 घंटे ओपन

पटना। द न्यूज़।प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने बताया कि डेडबॉडी डिस्पोजल करने या परिजनों को सुपुर्द करने में समस्या न हो, इसके लिए जो मजदूर वहाॅ इस काम को करते हैं, उन्हें प्रति डेडबॉडी अतिरिक्त 500 रुपये इंसेंटिव के रूप में दिये जायेंगे। डेडबॉडी के ट्रांसपोर्टेशन के लिए राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त वाहन भी उपलब्ध करा दिये गये हंै ताकि लोगों को इंतजार नहीं करना पड़े। बांसघाट पर चैबीसों घंटे अंतिम संस्कार करने की अनुमति भी दी गयी है। पहले रात्रि में ही अंतिम संस्कार होते थे। नगर निगम के कर्मचारी भी वहां तैनात किये गये हैं ताकि अंतिम संस्कार में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। डॉक्टर्स की ड्यूटी चार्ट भी नोटिस बोर्ड पर लगायी जायेगी, जिसका लगातार फॉलोअप किया जायेगा। राज्य सरकार द्वारा आज पी0एम0सी0एच0 में 25 और वेंटीलेटर उपलब्ध करा दिये गये हैं। इसके इंस्टाॅलेशन का काम चल रहा है। चिकित्सकों के लिए पर्याप्त मात्रा में पी0पी0ई0 किट्स उपलब्ध हैं और इसकी कमी न हो इस संबंध में अधीक्षक को निर्देश दिये गये हैं। पी0एम0सी0एच0 और एन0एम0सी0एच0 में वीडियो काॅन्फ्रेसिंग की सुविधा भी उपलब्ध करा दी गयी है ताकि लगातार अनुश्रवण हो सके, डॉक्टर्स की ट्रेनिंग करायी जा सके और लगातार फीडबैक लिया जा सके। पटना एम्स में पहले से ही यह व्यवस्था है।