भाजपा के नीतीश चर्चा में, घूसखोर इंजीनियर के मामले की करेंगे जांच

पटना। द न्यूज़। बिहार में हाल फिलहाल में कई अधिकारियों के घर से अकूत संपत्ति मिली। कई इंजीनियर के घर से करोड़ों की बरामदगी हुई। एक थानेदार का व्हाइट हाउस सामने आया। ऐसे कई घूसखोर इंजीनियर का मामला सामने आता है पर चढ़ावे के कारण उनका मामला रफ दफा हो जाता है। एक ऐसे ही मामले में भाजपा के विधायकों ने अकूत संपत्ति रखने वाले इंजीनियर का मामला हालिया बिहार विधानसभा के शीत सत्र में उठा दिया। मामला उठते ही ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री के पसीने आ गए। भाजपा विधायको ने कहा दरभंगा के अधीक्षण अभियंता के घर 49 लाख नकद बरामद हुआ। इस मामले में आखिर क्या करवाई हुई। इंजीनियर क्यों सस्पेंड नहीं किये गए। मामले की गंभीरता देखते हुये विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पूर्व मंत्री व फिलहाल झंझारपुर से भाजपा विधायक नीतीश मिश्र की अगुवाई में विधानसभा सदस्यों की कमिटी गठित कर दी है। भाजपा विधायक संजय श्रावगी ने मामला को उठाया था। विधानसभा में यह मुद्दा उठने पर विभागीय मंत्री जयंत राज की भाजपा सदस्यों ने जमकर खिंचाई की थी । सरकार की उस दिन सदन में भारी किरकिरी हुई थी ।लाखों नगद के साथ गिरफ्त में आए अधीक्षण अभियंता पर 3 महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार ने सिन्हा तत्काल कार्रवाई का निदेश देकर सदस्यों को शांत किया था ।

पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ विधायक नीतीश मिश्रा की अध्यक्षता में विधायकों की विशेष कमेटी गठित की गई है । कमेटी 3 महीने में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी । कमेटी में पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा के साथ पूर्व मंत्री कांग्रेस के विजय शंकर दुबे , पूर्व मंत्री राजद से अवध बिहारी चौधरी , प्रश्नकर्ता सदस्य भाजपा के संजय सरावगी और जदयू के राजकुमार सिंह को शामिल किया गया है ।