पोस्टल बैलेट फेल। वोटरों का जोश पास। अपनी सरकार बनाने के लिये निकलीं महिलाएं, सीनियर सिटीजन व युवा

पटना। द न्यूज़। बिहार में अपनी सरकार की चाहत में आज सुबह ही बिना नास्ता किये महिलाएं, सीनियर सिटीजन और युवा निकल पड़े। ये सभी कोरोना काल मे हुए हिस्टोरिकल चुनाव के गवाह बने। खास है कि 80-85 वर्ष के मतदातओं के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था की गई थी, किन्तु ऐसे मतदाताओं के पास कोई पोस्टल वोट डालने के लिए अप्रोच नहीं किया गया। 85 वर्षीय शिवनाथ प्रसाद की शिकायत है कि उन्हें पोस्टल बैलेट की कोई सुविधा नहीं दी गयी। उन्होंने कई बार सम्बंधित कर्मचारी को संपर्क करने की कोशिश की पर कोई फोन नहीं उठाया। वे खुद पहल कर वोट देने आए हैं।

शिवनाथ प्रसाद पाटलिपुत्र गोलंबर के पास स्थित त्रिभुवन स्कूल में वोट देने आए थे। वे खुद तो वोट देने आए ही अपने साथ नाती आदित्य को भी वोट दिलाने आये थे। आदित्य पहली बार वोट दिए। आदित्य के पिताजी शम्भूनाथ भी वोट देने आए थे

मतदान केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिनग का पूरा ख्याल रखा गया था। सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध थे। मतदान पर्ची निकालने के लिए केंद्र के बाहर एजेंट खड़े थे। वोटिंग आयी कार्ड देने पर पर्ची निकल दे रहे थे।