पटना। द न्यूज़। उत्तर प्रदेश में सत्ता की दहलीज पर बैठी भाजपा सरकार से ब्राह्मण खासा नाराज बताए जा रहे हैं। जिस तरह पार्टियां कभी मुसलमानों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करती रही वैसे ही भाजपा ने उत्तर प्रदेश समेत सभी स्टेट में ब्राह्मणों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया। ब्राह्मणों को अब भाजपा की ये कूटनीति पता चल गया है। उत्तर प्रदेश में 12 प्रतिशत यानी कि करीब 7 करोड़ की हैसियत अकेले ब्राह्मण रखते हैं। यूपी में जिसतरह पिछले तीन वर्षोँ में करीब 600 ब्राह्मणों की हत्या हुई उससे पूरे देश मे ब्राह्मणों में उबाल है। उत्तरप्रदेश की नाराजगी बिहार में भी आगामी चुनाव में दिख सकती है। ज्ञात हो कि उत्तरप्रदेश में सपा नेता अखिलेश यादव ने लखनऊ में परशुराम का मंदिर बनाने का एलान किया है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी परशुराम की सबसे ऊंची मूर्ति लगाने की एलान की है। इस तरह भाजपा से ब्राह्मणों के छिटकने का संकेत मिलने लगा है। या ये वक्त ही बताएगा कि बिहार के चुनाव में उत्तरप्रदेश के असर दिखाई देगा य नहीं।

