पटना ( द न्यूज़)। पिछले लोकसभा चुनाव में फिफ्टी-फिफ्टी के तर्ज पर भाजपा आगले विधानसभा चुनाव में फिफ्टी-फिफ्टी हिस्सेदारी से कम पर समझौता के लिए नहीं मानेगी। दिसंबर महीने मे अमित शाह की अध्यक्ष पद से विदाई जो जाएगी और जयप्रकाश ( जेपी) नड्डा भाजपा की कमान संभाल लेंगे। शाह की तुलना में नड्डा भाजपा के सॉफ्ट चेहरा हैं और इनके पास आम कार्यकर्ता की पहुंच है। भाजपा कार्यकर्ता भी फिफ्टी फिफ्टी के पक्ष में हैं।
जेपी नड्डा 5 नवम्बर को पटना पहुंच रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने आज प्रेस वार्ता में बताया कि कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नड्डा जी पहली बार राजधानी आ रहे हैं। ज्ञान भवन में उनका भव्य स्वागत किया जायेग। राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने अपने सारे महवपूर्ण कार्यक्रम को आगे के लिए टाल कर नड्डा के समारोह में शामिल रहेंगे।
माना जा रहा है कि भाजपा 5 तारीख को बराबरबर की हिस्सेदारी के लिए ताकत दिखाईएगी। पिछले लोकसभा में जदयू के 2 सांसद थे, किंतु भजोआ ने उसे 17 सीटें समझौते में दी। ऐसे में भाजपा जदयू से फिफ्टी फिफ्टी की अवश्य मांग करेगी।