आर्थिक पैकेज: स्वर्णिम काल का आगाज, बोले रूडी

पटना ( द न्यूज़) । पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी का कहना है कि विभिन्न क्षेत्र में लघु और कुटिर उद्योग अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते रहे है जिसकी बारीकी को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में राजग की भारत सरकार ने जांचा-परखा और उसे प्रायोगिक तौर पर लागू करने के लिए 2020-21 के स्वीकृत बजट से करीब 10 लाख करोड़ कम यानी 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह सांसद राजीव प्रताप रुडी ने उक्त बाते कहते हुए आगे बताया कि पैकेज से कुटीर उद्योग, लघु-मझोले उद्योग, श्रमिकों, किसानों और मध्यम वर्ग को तो फायदा मिलेगा ही साथ ही यह भारतीय उद्योग जगत को भी नई ताकत देगा और प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य पूरा होगा। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा घोषित नई अर्थनीति के पहले चरण को आज प्रायोगिक तौर पर लागू करने और कल के प्रधानमंत्री की उद्घोषणा को विस्तार रूप देते हुए आज वित्त मंत्री निर्मला सितारमण द्वारा घोषित स्पेशल पैकेज में एमएसएमई, एनअीएफसी, एमएफआई, डिस्कॉम, रियल एस्टेट, टैक्स से संबंधित और कॉन्ट्रैक्टर्स के लिए बड़ा कदम उठाया है।
सांसद रुडी ने बताया कि इतिहास साक्षी है कि जब प्राचीन भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था, उस समय न केवल स्वर्ण मुद्रायें चलती थी बल्कि उसी आधार पर विश्व व्यापार भी भारत के माध्यम से होता था यह समृद्धि सूचक है। उसी समृद्धि को पुनः अंगीकार करने के लिए लघु और कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने की बिलकुल नई अर्थनीति लागू हुई है लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए बगैर गारंटी 3 लाख करोड़ रुपये का लोन जो पहले वर्ष मूलधन चुकाने की बाध्यता से मुक्त होगा के साथ ही कर्मचारियों के वेतन का 24 प्रतिशत हिस्सा इपीएफ में सरकार द्वारा देने की घोषणा से 24 लाख से अधिक कर्मचारियों को लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियों को 90 हजार करोड़ की सहायता, NBFC के लिए 30 हजार करोड, ठेकेदारों को काम पूरा करने लिए 6़ माह की मोहलत, इपीएफ में कंपनियों का हिस्सा 12 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत ये सब ऐसे निर्णय है जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ पुनः सोने की चिड़िया के रूप में स्थापित करेंगे।