द्रौपदी के चीरहरण से कम अपमान नहीं है भाजपा का।भाजपा के मातम के बीच नीतीश ने ली 8 वीं बार सीएम पद की शपथ

पटना। द न्यूज़। अखबार में बहुत कुछ लिखा नहीं जा सकता है। रिपोर्टर हो या संपादक सबके अपने दायरे हैं। आप यदि सरकार के मुखिया के खिलाफ कुछ भी लिखे तो विज्ञापन रोक दी जा सकती है। इस चीज को न प्रबंधन बर्दास्त करेगा और न ही मालिक। इसलिए सावधान होकर सरकार के खिलाफ सलीके से कोई न्यूज़ पोर्टल ही यथार्थ सामने लाता है। बिहार का ताजा प्रसंग लिया जाए तो भाजपा ने इतनी बड़ी कोई गलती नहीं कर दी थी कि उसे सत्ता से बाहर कर अपमानित किया जाए। राजनीति में थोड़ा बहुत सिद्धान्त या प्रतिष्ठा तो होनी चाहिए। आखिर जिस पार्टी का नेता देश का प्रधानमंत्री हो उस पार्टी को इस कदर बेइज्जत करना द्रौपदी के चिर हरण से कम नहीं है। यदि आरसीपी जदयू को कमजोर कर रहे थे तो इसकी सजा क्या भाजपा को मिलेगी। यहां भाजपा का पक्ष नहीं लिया जा रहा है। सच्चाई सामने रखी जा रही है।नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार मामले में तेजस्वी यादव से बिंदुवार जवाब मांगा था। दो तीन दिन का समय दिया फिर उनसे 2017 में नाता तोड़ा था। यहां तो भाजपा को सांस लेने का मोहलत नहीं दिया गया। गृह मंत्री अमित शाह फोन करते रहे और मुख्यमंत्री की तरफ से सबकुछ कुशल रहने का संदेश दिया गया, जैसा कि सुशील मोदी ने वार्ता को सार्वजनिक किया है, तो फिर अंधेरे में रखकर भाजपा को सत्ता से धकेलने की क्या जरूरत थी। मध्यकाल में मुहम्मद तुगलक एक राजा हुए करता था। विद्वान था, किंतु इसके निर्णय के कारण उसे इतिहास में पगला शासक कहा जाता था। दिल्ली से दौलताबाद और फिर दौलताबाद से दिल्ली राजधानी कर दिया था। इसलिए राजा का कोई भी काम इतिहास बन जाता है। हर बार राजनीति में सबकुछ जायज नहीं हो सकता है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज आठवीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली । राज्यपाल फागू चौहान ने राजभवन स्थित राजेन्द्र मंडप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई । शपथ ग्रहण समारोह 2 बजे अपराह्न में आयोजित किया गया । तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली । शपथ ग्रहण समारोह में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह , पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी , पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम मांझी , जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा , जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा , कॉंग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा , महाधिवक्ता ललित किशोर , महागठबंधन के विधायकगण , विधान पार्षदगण , अन्य जन प्रतिनिधिगण , मुख्य सचिव सहित राज्य सरकार के अन्य वरीय पदाधिकारीगण तथा गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे । इधर मुख्यमंत्री शपथ ले रहे थे और दूसरी तरफ भाजपा के नेता नीतीश के खिलाफ हल्ला बोल रहे थे। भाजपा को दूसरी बार यह अपमान सहना पड़ रहा है।