द न्यूज़। ( विद्रोही)। देश की दो तस्वीरें सामने है। एक तस्वीर है हथरस में बलात्कार की शिकार दलित लड़की की, जो आधी रात में खेत में जला दी जाती है। दूसरी तस्वीर है फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के अंतिम संस्कार की। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। सुशांत के शव को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ चिताग्नि के लिए तैयार किया जा रहा है। चंदन, धूप की लकड़ी की सज्जा बनी है। महाराष्ट्र की तस्वीर है। वहां शिवसेना, कांग्रेस की सरकार है। हथरस जहां जबरन लाश को छीनकर खेत में खाक कर दिया जाता है वहां खालिस भाजपा की सरकार है। अपने को हिन्दू हितैषी पार्टी की दावा करती है।

ये किसी प्रदेश की बात नहीं है पर दोंनो सरकार का आचरण देखिये। हथरस मामले में जिसतरह यूपी सरकार ने बर्ताव किया वैसा ही बर्ताव यदि महाराष्ट्र सरकार या गैर बीजेपी शासित सरकारें करती तो हल्ला मच जाता। हिन्दू विरोधी सरकार का ठप्पा लगा दिया जाता। कुछ पोशुआ मीडिया सड़कों पर आकर पूछने लगते।


आखिर देश की जनता तय करे सरकार का कौन सा कदम उचित है। हथरस में तो यह भी बात सामने आई कि किरासन तेल डालकर लाश को जलाया गया। देश का चेहरा सामने है। समय रहते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तरप्रदेश सरकार के ताजा कदम की विवेचना करनी चाहिए, नहीं तो भैंस पानी में जानेवाला है। सवाल यह भी है कि क्या किसी की लाश ऐसे ही खेत या सड़क पर जलाई जा सकती है। लाश को या तो श्मशान घाट में जलाया जाता है या नदी किनारे। खेत में लाश जलाने की यह पहिली घटना है।