पटना ( द न्यूज़)। यदि जदयू ने अभी से नीतीश कुमार का चेहरा सामने रख दिया है तो बड़ी सोच समझकर कदम उठाया है। दो महीने बाद ही नवम्बर में समस्तीपुर लोकसभा समेत 5 विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। अभी से इवीएम की झाड़ फुंख शुरू हो गयी है। यह उपचुनाव अगले वर्ष सितंबर-अक्टूबर महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले सेमीफाइनल से कम नहीं है।
समस्तीपुर लोकसभा के लिए उपचुनाव होना है। लोजपा नेता रामचंद्र पासवान के निधन से यह सीट खाली हुई है। सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा के लिए उप चुनाव होना है। जदयू के दिनेशचंद्र यादव के लोकसभा पहुंचने से यह सीट खाली हुई है। दरौंदा, सिवान से कविता सिंह, जदयू भी संसद पहुंच गई हैं। लिहाजा यह सीट उन्हें खाली करने पड़ा। नाथनगर से अजय कुमार मंडल विधायक हुआ करते थे। लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंच गए। सीट ख़ाली हो गयी। वेलहर सीट पर उपचुनाव होना है। गिरिधारी यादव सीट खाली कर संसद पहुंच गए। इसी तरह किशनगंज सीट पर भी विधानसभा उप चुनाव होना है। कांग्रेस के डॉ जावेद सीट खाली कर संसद पहुंच गए हैं।